उल्लू बोला – नहीं मित्र हंसिनी तुम्हारी ही पत्नी है और तुम्हारी ही रहेगी। पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua आप जो नहीं पा सकते उसकी बुराई ही करते हैं। विजय और राजू दोस्त थे। एक छुट्टी पर वे प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हुए https://johnnyauvpo.wikicorrespondent.com/5987399/considerations_to_know_about_bollywood_news_in_hindi